Suno..... on June 21, 2012 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps ना चाहत के जज़्बात अलग , ना खुशियों के लम्हात अलग ....ना गुजरी कोई बात अलग , ना आखों का खुमार अलग ..ना ग़ज़लों का एहसास अलग , ना लफ़्ज़ों से अहबाब अलग ...है बात बस लकीरों की ...तेरे हाथ अलग ...मेरे हाथ अलग ... Comments
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